देश के चर्चित रणनीतिकार पीयूष गोयल बिहार में काफी सक्रिय हो चुके हैं। देश भर में अपने कुशल रणनीति के लिए ख्याति प्राप्त पीयूष गोयल आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व बिहार में काफी सक्रिय हो चुके हैं। अलग अंदाज से अपने रणनीति को अंजाम तक पहुचाने वाले पीयूष गोयल ने संचार शक्ति के जरिये बिहार के तमाम 243 विधानसभा सीटों पर सर्वे कार्य की शुरुआत कर चुके हैं। उनका दावा है किसी के पास बिहार की एक्चुअल डाटा उपलब्ध नही है। लगभग तमाम बातें हवा हवाई हो रही है इस खाई को पाटने के लिए हमने अपनी 100 सदस्यीय टीम बिहार में उतारी है जिसका काम विधानसभा स्तर पर जानकारी व डाटा उपलब्ध करना है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार मेरा अनुमान है बिहार के वोटर लिस्ट व राशन कार्ड लिस्ट में काफी अनियमितताएं हैं। इसमे एक बड़ी सुधार की जरूरत है। मैं किसी पर बिना उंगली उठाते हुए ये संकेत देना चाहता हूं कि ये हमारे लोकतंत्र के लिए सही नही है। हाँ ये सच है कि 20 वर्ष पहले के बिहार में और अब के बिहार में जमीन आसमान का फर्क है। पिछले डेढ़ दशक में बिहार में काफी प्रगति हुई है लेकिन बिहार में जो प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है उसके अनुरूप इसे और आगे होना चाहिए।
पीयूष आगे कहते हैं कि हमारी टीम कुछ ही दिनों में बिहार के तमाम विधानसभा क्षेत्रों की पूर्ण जानकारी जुटा लेगी उसके बाद हम हमारे सहयोगी दलों व प्रत्याशियों के लिए कार्य की शुरुआत करेंगे। कुछ बड़ी राजनैतिक दलों से हमारी करार हो चुकी है और कुछ दलों व बड़े राजनैतिक प्रोफाइल वाले व्यक्तियों से बाते अभी जारी है। हमारी ओंर से ये तय है कि क्वांटिटी नही क्वालिटी पर बिस्वास करते हैं। हमारे पास अनुभवी व दक्ष लोगो की टीम है जो कई मायनो में खास है। हम बिहार विधानसभा चुनाव में कई ऐसी चीज़ें उपयोग में लाने वाले हैं जो देश मे अभी तक किसी के देखा या सुना तक नही होगा।
गौरतलब है कि पीयूष इससे पूर्व कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड व दिल्ली चुनाव में कई राजनैतिक पार्टियों के कुशल रणनीतिकार के रूप में कार्य कर चुके हैं। उपरोक्त क्षेत्र के नेताओ के बीच एक आदर्श के रूप प्रसिध्द हैं। दिल्ली समेत बिहार में भी बड़े राजनेताओ के साथ इनके संबंध काफी पुराने हैं। पीयूष का दावा है बिहारभर का कुछ एक्सक्लुसिव डाटा जो मेरे पास है देश भर में किसी के पास नही है जो किसी भी राजनैतिक दलों व प्रत्याशी के लिए ब्रह्मास्त्र साबित हो सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रशांत किशोर के राजनेता बन जाने से चुनावी रणनीतिकार की जो कुर्सी खाली हुई है उस पर पीयूश अपना कब्जा जमा पाते हैं कि नही।
देश के चर्चित रणनीतिकार पीयूष गोयल बिहार में सक्रिय, 243 विधानसभा में एकसाथ स्टार्ट किया सर्वे